दुर्गा के 108 नाम एक अनूठी और अत्यंत महत्वपूर्ण धार्मिक सूची है, जो माँ दुर्गा की विभिन्न स्वरूपों और गुणों को दर्शाती है। भारतीय पौराणिक कथाओं और शास्त्रों के अनुसार, माँ दुर्गा को देवी शक्ति की अवतार माना जाता है। Durga Ke 108 Naam न केवल उनकी दिव्य शक्तियों को स्पष्ट करते हैं, बल्कि भक्तों के लिए पूजा और आराधना में भी विशेष महत्व रखते हैं।
हर एक नाम का विशिष्ट अर्थ और महत्व होता है, जो माँ दुर्गा की अनगिनत शक्तियों और गुणों को उजागर करता है। माँ के 108 नाम के पूजा और उच्चारण से भक्तों को जीवन में सुख, समृद्धि, और कठिनाइयों से छुटकारा मिलता है। यदि आप पुरे 108 नाम का जाप नहीं सकते तो आप केवल दुर्गा जी के 32 नाम का जाप भी कर सकते है। ये 108 नाम निम्नलिखित प्रकार से है –
- भाविनी
- भव्या
- अभव्या
- सदागति
- शाम्भवी
- देवमाता
- चिंता
- रत्नप्रिया
- सर्वविद्या
- दक्षकन्या
- दक्षयज्ञविनाशिनी
- अपर्णा
- अनेकवर्णा
- पाटला
- पाटलावती
- पट्टाम्बरपरिधाना
- कलमंजरीरंजिनी
- अमेयविक्रमा
- क्रूरा
- सुंदरी
- सुरसुंदरी
- वनदुर्गा
- मातंग
- मतंगमुनिपूजिता
- ब्राह्मी
- सती
- साध्वी
- भवप्रीता
- भवान
- भवमोचनी
- आर्या
- दुर्गा
- जया
- आद्या
- त्रिनेत्रा
- शूलधारिणी
- पिनाकधारिणी
- चित्रा
- चंद्रघंटा
- महातपा
- मन
- बुद्धि
- अहंकारा
- चित्तरूपा
- चिता
- चिति
- सर्वमंत्रमयी
- सत्ता
- सत्यानंदस्वरुपिणी
- अनंता
- माहेश्वरी
- ऐंद्री
- कौमारी
- वैष्णवी
- चामुंडा
- वाराही
- लक्ष्मी
- पुरुषाकृति
- विमला
- उत्कर्षिनी
- ज्ञाना
- क्रिया
- नित्या
- बुद्धिदा
- बहुला
- बहुलप्रिया
- सर्ववाहनवाहना
- निशुंभशुंभहननी
- महिषासुरमर्दिनी
- मधुकैटभहंत्री
- चंडमुंडविनाशिनी
- सर्वसुरविनाशा
- सर्वदानवघातिनी
- सर्वशास्त्रमयी
- सत्या
- सर्वास्त्रधारिणी
- अनेकशस्त्रहस्ता
- अनेकास्त्रधारिणी
- कुमारी
- एककन्या
- कैशोरी
- युवती
- यति
- अप्रौढ़ा
- प्रौढ़ा
- शक्ति
- वृद्धमाता
- बलप्रदा
- महोदरी
- मुक्तकेशी
- घोररूपा
- महाबला
- अग्निज्वाला
- रौद्रमुखी
- कालरात्रि
- तपस्विनी
- नारायणी
- भद्रकाली
- विष्णुमाया
- जलोदरी
- शिवदुती
- कराली
- अनंता
- परमेश्वरी
- कात्यायनी
- सावित्री
- प्रत्यक्षा
- ब्रह्मावादिनी
इन नामों को आप durga 108 names pdf में भी प्राप्त कर सकते है। नाम के जाप के बाद आप दुर्गा बीज मंत्र और दुर्गा आरती भी कर सकते है।
Durga Ke 108 Naam करने की विधि
- स्थान: पूजा स्थल को स्वच्छ और शांतिपूर्ण बनाएं। एक अच्छी तरह से साफ और सुसज्जित स्थान चुनें, जहां आप बिना किसी विघ्न के पूजा कर सकें।
- समय: दुर्गा माँ के 108 नामों का जाप नवरात्रि, दुर्गा अष्टमी, या मंगलवार और शुक्रवार को करना विशेष लाभकारी होता है। शुभ समय का चयन करें और पूजा के लिए समय निकालें।
- पूजा सामग्री: पूजा के लिए आवश्यक सामग्री में दीपक, अगरबत्ती, फूल, चंदन, और नैवेद्य शामिल करें। एक जप माला (108 दानों वाली) भी तैयार रखें।
- स्नान और शुद्धि: पूजा से पहले स्नान करें और पवित्रता बनाए रखें। यह सुनिश्चित करें कि आप मानसिक और शारीरिक रूप से शुद्ध हैं।
- मंत्र जाप: पूजा स्थल पर बैठ जाएं और मन को शांत करें। दीपक प्रज्वलित करें और माँ दुर्गा की तस्वीर या मूर्ति के सामने बैठें।
- नामों का उच्चारण: जप माला का उपयोग करके दुर्गा माँ के 108 नामों का एक-एक करके उच्चारण करें। प्रत्येक नाम के साथ एक दाना चढ़ाएं और ध्यान केंद्रित रखें।
- अर्चना: पूजा समाप्त करने के बाद, माँ दुर्गा के प्रति आभार प्रकट करें और विशेष रूप से अपने परिवार और समाज की भलाई की प्रार्थना करें।
इस विधि का पालन करके, आप माँ दुर्गा की कृपा प्राप्त कर सकते हैं और मानसिक शांति तथा आध्यात्मिक उन्नति की ओर बढ़ सकते हैं।
नामों का जाप करने से होने वाले लाभ
- आध्यात्मिक शक्ति: माँ दुर्गा के 108 नाम का जाप करने से भक्तों को आत्मिक बल मिलता है, जिससे उनकी मानसिक शांति और स्थिरता बढ़ती है।
- मन की शांति: माँ के नामों का उच्चारण मानसिक शांति प्रदान करता है, जिससे व्यक्ति का ध्यान और एकाग्रता बेहतर होती है।
- कठिनाइयां: 108 नामों का नियमित जाप करने से जीवन में आने वाली समस्याओं और बाधाओं से छुटकारा मिलता है।
- सकारात्मक ऊर्जा: इन नामों का जाप करने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और खुशहाली का प्रवाह होता है, जिससे घर में सुख-शांति बनी रहती है।
- समृद्धि और सफलता: इन 108 नामों के माध्यम से आर्थिक और व्यवसायिक क्षेत्र में उन्नति और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
- स्वास्थ्य में सुधार: नामों का नियमित जाप करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है, जिससे दीर्घायु और ऊर्जा की प्राप्ति होती है।
- कर्मों का शुद्धिकरण: माँ के 108 नामों का जाप व्यक्ति के कर्मों को शुद्ध करता है और उसे धर्म और आध्यात्मिकता की ओर अग्रसर करता है।
- धन प्राप्ति: दुर्गा माँ की कृपा से इन नामों के जाप से आर्थिक स्थिरता और धन की प्राप्ति होती है।
- भक्ति: 108 नामों का जाप भक्तों के मन में भक्ति और समर्पण को और अधिक गहराई से उत्पन्न करता है।
FAQ
क्या दुर्गा माँ के 108 नामों का जाप रोजाना किया जा सकता है?
हाँ, इन नामों का जाप रोजाना किया जा सकता है। यह नियमित अभ्यास भक्तों को मानसिक शांति और आध्यात्मिक विकास में मदद करता है।
दुर्गा माँ के 108 नाम किस समय और दिन पर जाप करना शुभ होता है?
माँ के 108 नामों का जाप विशेष रूप से नवरात्रि, दुर्गा अष्टमी, या किसी अन्य शुभ अवसर पर किया जाता है। इसके अलावा, मंगलवार और शुक्रवार को भी जाप करने से विशेष लाभ होता है।
इन 108 नामों का महत्व क्या है?
इन नामों का महत्व भक्तों के लिए पूजा और आराधना में है। प्रत्येक नाम का विशेष अर्थ होता है, जो माँ दुर्गा की शक्तियों और गुणों को दर्शाता है। इन नामों के जाप से भक्तों को मानसिक शांति, समृद्धि, और आत्मिक शक्ति मिलती है।
क्या इन नामों का जाप कोई भी कर सकता है ?
हाँ, इनका जाप कोई भी कर सकता है इसके लिए किसी प्रकार की कोई पाबन्दी नहीं है।

मैं मां दुर्गा की आराधना और पूजा-पाठ में गहरी रुचि रखती हूँ। मां दुर्गा से संबंधित मंत्र, आरती, चालीसा और अन्य धार्मिक सामग्री साझा करती हूँ। मेरा उद्देश्य भक्तों को सही पूजा विधि सिखाना और आध्यात्मिक मार्ग पर प्रेरित करना है।